Sunday 2 December 2012

आओ मिल प्रण करें हम


आओ मिल प्रण करें हम
नवजीवन मस्तक धरें हम
करें पुष्पित संस्कृति
करें मुखरित संस्कार
आओ मिल प्रण करें हम  
कर्म से हम धनी हों
भाग्य निर्माण करें हम
आँधियों से न डरें हम 
नव आदर्श निर्मित करें  हम
आओ मिल प्रण करें हम
कलह से हों परे हम
कर्मशील धर्मशील बनाएँ हम
स्वतन्त्र मौलिक विचार धरें हम
सदाचारी सत्संग वरें  हम
आओ मिल प्रण करें हम
सर्वोत्तम कृति बनें हम
पुण्यशील आत्मा कहैं सब
सत्कीर्ति सत्यनिष्ठा मार्ग हो
कार्यसाधक स्वाभिमानी बनें हम
आओ मिल प्रण करें हम
सूरजमुखी सा दमकैं हर पल
सूर्य सा चमकें हर क्षण
सुव्यवहार सुशील सुशिक्षित
अनमोल जीवन बनें हम
आओ मिल प्रण करें हम
आओ मिल प्रण करें हम
आओ मिल प्रण करें हम



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