Tuesday, 17 December 2013

कुछ क्षणिकायें :- द्वारा अनिल कुमार गुप्ता , पुस्तकालय अध्यक्ष , के वी फाजिल्का











1 comment:

  1. आपकी कविता में जगह जगह पर उर्दू का समावेश होने से आपकी कविता और अलंकृत व ज्यादा प्रभावी हो जाती है |

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