आत्मविश्वास
बढ़ाने के 5 मंत्र
किसी ने कहा है, ‘अनुभव बताता है कि आपको
क्या करना है और
आत्मविश्वास उसे पूरा कराता है।’ इसलिए जरूरी है कि आप खुद का
मूल्यांकन करें, खुद
से प्यार करें। साथ ही यह ध्यान रखना जरूरी है कि आत्मविश्वास विकास की प्रक्रिया को समय और
समर्पण चाहिए। मजबूत आत्मविश्वास वह मंत्र है, जिसके बाद जीत पक्की है।
सकारात्मक सोचें
पहला कदम है पॉजिटिव सोच रखना। जैसे विचार आप रखते हैं, दिमाग वही सोचने लगता है। विचारों के प्रति सावधान रहें। सकारात्मक लोगों के साथ रहें, इससे आत्म-विश्वास में वृद्धि होगी। दूसरे क्या सोचेंगे, यह सोच कर अपनी क्षमताओं को सीमित न करें। अपने प्रति दयालु रहें, अपना सम्मान करें और हर नतीजे का जिम्मेदार खुद को न मानें।
अतीत को भूलें
अतीत की असफलताओं और भूलों को भूल कर नई शुरुआत करने का प्रयास करें। ध्यान रखें, आप किसी भी समय नई शुरुआत कर सकते हैं। अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। किसी अन्य पर आरोप न लगाते हुए शांति से अपनी प्रतिक्रिया दें। यह फैसला करें कि आप भविष्य में अपने लिए क्या चाहते हैं। लक्ष्य निर्धारत करने से आपको दिशा मिलेगी। लक्ष्यों को हासिल करना आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
अतीत की असफलताओं और भूलों को भूल कर नई शुरुआत करने का प्रयास करें। ध्यान रखें, आप किसी भी समय नई शुरुआत कर सकते हैं। अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। किसी अन्य पर आरोप न लगाते हुए शांति से अपनी प्रतिक्रिया दें। यह फैसला करें कि आप भविष्य में अपने लिए क्या चाहते हैं। लक्ष्य निर्धारत करने से आपको दिशा मिलेगी। लक्ष्यों को हासिल करना आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
उपलब्धियों को याद रखें
असफलता को स्वीकार करना आत्मविश्वास की कुंजी है। इससे आप निराश नहीं होंगे तथा कार्यों को उत्साह से आगे बढ़ा सकेंगे। जीवन में जो अच्छी चीजें मिली हैं, उनका ध्यान रखें, अच्छे काम के लिए खुद को शाबाशी दें। किसी ने कहा है, यदि आपने कभी कोई काम सफलतापूर्वक किया है, तो आप उसे दोबारा भी कर सकते हैं।
असफलता को स्वीकार करना आत्मविश्वास की कुंजी है। इससे आप निराश नहीं होंगे तथा कार्यों को उत्साह से आगे बढ़ा सकेंगे। जीवन में जो अच्छी चीजें मिली हैं, उनका ध्यान रखें, अच्छे काम के लिए खुद को शाबाशी दें। किसी ने कहा है, यदि आपने कभी कोई काम सफलतापूर्वक किया है, तो आप उसे दोबारा भी कर सकते हैं।
कुछ नया सीखें
यदि परिस्थितियां जटिल लग रही हैं तो किसी नई स्किल को सीखें। कुछ भी नया सीखना आपके आत्म विश्वास और उत्साह को बढ़ाता है। इसके अलावा आपकी जानकारी बढ़ती है, सोच व्यापक होती है और आप स्थितियों का सामना बेहतर तरीके से करने में सक्षम बनते हैं।
आपका नेटवर्क भी बढ़ता है, साथ ही कुछ नया सीखना एक ही तरह के काम से उत्पन्न एकरसता और बोरियत को भी कम करता है।
यदि परिस्थितियां जटिल लग रही हैं तो किसी नई स्किल को सीखें। कुछ भी नया सीखना आपके आत्म विश्वास और उत्साह को बढ़ाता है। इसके अलावा आपकी जानकारी बढ़ती है, सोच व्यापक होती है और आप स्थितियों का सामना बेहतर तरीके से करने में सक्षम बनते हैं।
आपका नेटवर्क भी बढ़ता है, साथ ही कुछ नया सीखना एक ही तरह के काम से उत्पन्न एकरसता और बोरियत को भी कम करता है।
व्यक्तित्व को निखारें
जब आप अच्छे लग रहे होते हैं तो अच्छा महसूस भी करते हैं। अपने व्यक्तित्व विकास पर ध्यान दें। अपनी बॉडी लैंग्वेज और कम्युनिकेशन स्किल सुधारें। सक्रिय रहें और फिटनेस पर ध्यान दें। ऐसा करना आपको खुश रखता है। खुद को एक बिंदु तक सीमित न रखें। नई सूचनाओं से अपडेट रखते हुए आसपास के परिवेश से जुड़े रहें।
जब आप अच्छे लग रहे होते हैं तो अच्छा महसूस भी करते हैं। अपने व्यक्तित्व विकास पर ध्यान दें। अपनी बॉडी लैंग्वेज और कम्युनिकेशन स्किल सुधारें। सक्रिय रहें और फिटनेस पर ध्यान दें। ऐसा करना आपको खुश रखता है। खुद को एक बिंदु तक सीमित न रखें। नई सूचनाओं से अपडेट रखते हुए आसपास के परिवेश से जुड़े रहें।
आत्मविश्वास बढ़ाने हेतु याद रखें:हम सब में कुछ
खास बात हैं
Posted जनवरी 22, 2010 by jayantijain in Art
of Living, Life-Management, Personality, success. Tagged: आत्मछवि, आत्मविश्वास, जीने की कला, प्रार्थना, सफलता,
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