समय
का प्रबंधन
समय के सुप्रबंधन का अर्थ है कम-से-कम समय में
अधिकाधिक काम निबटाना। ऐसा करने के लिए आपको अपने समय के महान चोरों से सावधान
रहना चाहिए-और वे हैं, बेकार की कार्रवाई में समय बर्बाद करना।
- आपके सहयोगी आपको उपरोक्त डर से निकल पाने के लिए उत्साहित
करें। आप उन्हें जल्द निर्णय लेने के लिए प्रेरित करें, ताकि
वे निर्थक कागजी कार्रवाइयों की आड़ में अपने निर्णय को टालने की बुरी आदत से
बचें। उन्हें गलती करने के डर से वंचित रखें, ताकि वे जल्द निर्णय ले पाएं और
गलतियों को न दोहराएं।
- अपने सहयोगियों पर विश्वास और भरोसा रखें। आप अपने व्यवहार
द्वारा उन्हें यह भी विश्वास दिला दें कि आप उन पर विश्वास और भरोसा रखते हैं और
उन्हें बेकार की कागजी कार्रवाई में उलङो रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्हें
भरोसा दिलाते रहें कि जब भी आप उनकी समस्या का हल उन्हें जबानी बताएंगे, तो
बाद में उससे मुकरेंगे नहीं।
- आप आपस में बातचीत करके कई समस्याओं को मिलकर हल कर सकते
हैं और बेकार की कागजी कार्रवाइयों की मेहनत और समय के दुरुपयोग को बचा सकते हैं।
- आप अपने सहयोगियों को कागजी कार्रवाइयों को कम करने पर
पुरस्कृत भी कर सकते हैं-उनको इस अच्छे काम के लिए शाबाशी दें। अच्छा यह होगा कि
आप उनको सभी सहयोगियों के सामने शाबाशी दें।
- आप सामान्य कार्यो के लिए,
हर बार नए
सिरे से पत्र लिखने की बजाय एक समुचित प्रोफॉर्मा विकसित कर सकते हैं, जिसमें
सभी मूल जानकारी दी जा सके।
ल्ल आप किसी सहयोगी या अन्य लोगों को पत्र लिखने
की बजाय फोन से बात करें। आप आजकल ई-मेल से जल्दी पत्र-व्यवहार कर सकते हैं। एक
लंबी-चौड़ी विस्तृत रिपोर्ट के स्थान पर एक समुचित पत्र लिखकर काम चला सकते हैं।
यदि एक रिपोर्ट ही भेजनी हो तो कोशिश करें कि वह छोटी और सटीक हो।
- आपको केवल अपना ही समय बचा लेने से संतुष्ट नहीं रहना
चाहिए। आपको अपने सहयोगियों का भी समय बचाने में उनकी भरसक सहायता करनी चाहिए।
स्रोत
:- इन्टरनेट
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